आरबीआई (Reserve Bank of India) गवर्नर ने हाल ही में देश के सभी बैंकों (Bank) को चेतावनी दी है। और उनको सतर्क रहने को कहा है। पर आखिर ऐसा क्या है जिससे उनको सतर्क रहने को कहा गया है। तो आइए जानते हैं कि आखिर उन्होंने किस चीज को ले कर सतर्क रहना को कहा गया है।
भारतीय रिजर्व बैंक के वर्तमान गवर्नर शक्तिकांत दास ने बीते मंगलवार को ये महत्वपूर्ण जानकारी दी है। और उन्होने प्रतिकूल वैश्विक विकास के तहत सभी बैंको को सावधान रहने को कहा है। उन्होंने ये बात अपनी बैठक में की जहां वो सभी निजी क्षेत्रों के बैंक के सीईओ और एमडी के साथ बैठे हुए थे।
उन्होंने अपनी इस मीटिंग में कहा कि इतने अलग अलग और प्रतिकूल वैश्विक विकासों के बाद भी भारतीय बैंकिंग सिस्टम का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। और उन्होंने इस बात की पूरी तारीफ भी की। और साथ ही ये भी बताया कि ऐसे वक्त में सभी बैंकों को काफी ज्यादा सावधान और सतर्क रहने की आवश्यकता है।
और उन्होंने ये भी बताया कि सभी एमडी और सीईओ को उनके बैंकों में मौजूद प्रशासन को। और अधिक सख्त करने और अनुपालन, जोखिम प्रबंधन और ऑडिट कार्यों से युक्त बैंकिंग स्थिरता के ट्रायपोड पर विशेष जोर देने की जरूरत है, जिसका उन्होंने इस मीटिंग में उल्लेख किया “।
और अंतिम में उन्होंने कहा कि क्रेडिट अंडरराइटिंग के मानकों को और अधिक शक्तिशाली करने की आवश्यकता है, और साथ ही साथ बड़े एक्सपोजर की निगरानी भी जरूरी है। और आगे उन्होंने कहा कि बाहरी बेंचमार्क लिंक्ड रेट, दिशानिर्देशों के कार्यान्वयन, आईटी सुरक्षा और आईटी प्रशासन को भी सख्त किया जाना भी बहुत आवश्यक है। और इसके साथ बट्टे खाते में डाले गए खातों से वसूली में सुधार और क्रेडिट के साथ समय पर और सटीक जानकारी साझा करने से संबंधित मुद्दे सूचना कंपनियों पर भी बात की गई।