इन तीन जगह खर्च करने में कभी ना करें कंजूसी, आचार्य चाणक्य ने खुद दिए ये सलाह

Sampurna Chanakya Neeti : आचार्य चाणक्य (acharya chanakya) भारत के सबसे विद्वान लोगों में से एक माने जाते हैं। और उन्होंने अपने जीवन काल में कई ऐसी बातें बोली जो कि किसी भी इंसान की जिंदगी को सुधारने की काबिलियत रखती हैं। और उन्होंने अपनी इन सभी बातों का एक संग्रह बनाया और इस संग्रह को उन्होंने चाणक्य नीति का नाम दिया।

और उन्होंने अपनी इस चाणक्य नीति में तरह तरह की बातें लिखी जिनकी मदद से मानवता का उद्धार हो सकता है। और आज हम आपको चाणक्य नीति की एक ऐसी बात बताने जा रहे हैं जो कि आपकी जिंदगी बदल के रख देगी। और शायद ये कुछ बातें आपकी जिंदगी में सालों से चली आ रही मुसीबतों को दूर भी कर सकती है। तो आइए जानते हैं क्या है ये चमत्कारी बातें।

दर असल आचार्य चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में तीन जगह खर्च करने में कंजूसी ना करने को कहा है। तो आखिर कौन सी हैं ये तीन जगह, आइए जानते हैं। उन्होंने बताया है कि अगर आप धनवान है हैं और प्रभु की कृपा से आपको किसी भी प्रकार की कोई भी दिक्कत नहीं है तो आपको फिर किसी भी गरीब की मदद जरूर करनी चाहिए। और ये आप उस पर एहसान नहीं कर रहे हैं, बल्कि ये आपकी जिम्मेदारी है। क्योंकि प्रभु ने आपको सब कुछ दिया है, तो आपकी भी जिम्मेदारी है कि आप भी उस धन की मदद से किसी भी सहायता करें।

दूसरी जगह जहां आपको खर्च करने में कभी भी कोई कंजूसी नहीं करनी चाहिए वो है धर्म कर्म की जगह। अगर आप सक्षम हैं तो आपको कभी भी किसी भी मंदिर या तीर्थ स्थल में दान करने से पीछे नहीं हटना चाहिए। ऐसा करना बिल्कुल भी शोभनीय नहीं है। क्योंकि अगर आज आप सक्षम हैं तो उनकी ही कृपा से तो आपको उनको इस चीज का आभारी मानना चाहिए, और उनकी सेवा में दान दक्षिणा जरूर करनी चाहिए।

तीसरी जगह जिसकी उन्होंने बात की है वो है सामाजिक कार्य में दान। उनका कहना है कि समाज का कल्याण ही देश का कल्याण है तो हमको कभी भी इस छेत्र में पीछे नहीं हटना चाहिए। और हमेशा ही अपनी काबिलियत के अनुसार सामाजिक कार्य में दान करने की कोशिश जरूर करनी चाहिए।