उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से एक बड़ा हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। दर असल जनपद बाराबंकी के हैदरगढ़ तहसील में सभी अधिवक्ता बंदरों के आतंक से तंग आ गए हैं। और उनका कहना है कि बंदरों ने उनका जीना मुश्किल कर दिया है। और कोई भी काम वहां पर सही तरीके से नहीं हो पा रहा है। और सब इन बंदरों का ही कमाल है।
जो एक भी काम को सही तरीके से नहीं होने दे रहे। और जिन्होंने पूरी तहसील को अपने सर पर उठा रखा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बंदर वहां के अधिवक्ताओं को अलग अलग तरीके से परेशान करते हैं। कभी वो उनकी कोई फाइल ले कर भाग जाते हैं, तो कभी कलम ले कर फरार हो जाते हैं। और रोज यही सिलसिला चलता रहता है। और इसी कारण से वो सभी परेशान हैं।
उन्होंने बताया कि उन्होंने इस चीज के कई उपाय निकालने की कोशिश की। पर ये सभी बंदर काफी उद्दंड हैं और इन पर उनका कोई भी पैंतरा काम नहीं आया। और वो सब अब इन बंदरों से हार मान चुके हैं। और चाहते हैं कि बस किसी तरह इन बंदरों का आतंक खत्म हो जाए। और ये सब यहां पर उधम मचाना बंद कर दें।
उनकी इस परेशानी की वजह से सरकार को भी अब परेशान होना पड़ रहा है। और उसके कारण भाजपा सांसद उपेंद्र सिंह रावत को भी वहां आना पड़ा। उन्होंने पूरा मामला जाना और उनको आश्वासन दिया कि वो इस चीज का उपाय करेंगे और जल्द ही इसका कोई ना कोई निवारण होगा। उन्होंने बताया कि वो जल्द ही इस परेशानी का कोई हल निकाल सकने का प्रयास करेंगे।
सभी के अनुसार बंदरों का आतंक शुरुआत में तो साधारण था इस कारण से सब उनको नजरंदाज कर रहे थे। और उनको लगा कि ये बस कुछ ही दिनों के मेहमान है। और कुछ दिन के बाद ये सब यहां से चले जायेंगे। पर उनका उधम कभी कम ही नहीं हुआ और अब तो मानो उनकी उद्दांता की कोई सीमा ही नहीं है। और अब लगता है कि नेता जी ही इनका कोई इलाज खोज पाएंगे।