बिजली (Electricity) उपभोक्ताओं को एक बहुत बड़ी खुश खबर सरकार (Government of India) की ओर से आ गई है। अब उन सब को काफी कम बिल्ली बिल देना होगा। दर असल विद्युत अपीलीय न्यायाधिकरण ने हाल ही में मुंबई में उनकी बिजली वितरण कंपनी टाटा पावर को निर्देश दिया है कि, जल्द से जल्द बिजली बिल के दरों में कमी कर दी जाए। और उनके द्वारा दिए गए इस नए निर्देश से सबसे अधिक लाभ मुंबई के रहने वाले सभी 7.5 लाख ग्राहकों को होने वाला है। दर असल इसके बाद मुंबई के रहने वाले सभी 7.5 लाख बिजली के उपभोक्ताओं को अब काफी कम दर से अपना बिजली बिल देना पड़ेगा। एपीटीईएल ने उनकी ओर से टाटा पावर को सभी लोगों की बिजली दर में पूरे 10.5% की कमी करने का निर्देश दे दिया है।
बिजली उपभोगताओं की हुई बल्ले- बल्ले
टाटा पावर की ओर से की गई ये दर में कमी बीते 1 अप्रैल 2023 से ही प्रभावी हो गई है। और उनके इस नए निर्देश से सभी मुंबई के रहने वाले बिजली उपभोक्ताओं को अब हर एक माह औसतन 100 रुपये से भी अधिक की बचत हो जाएगी। और एपीटीईएल ने टाटा पावर को बिजली के रेट में कमी करने का निर्देश देते हुए बताया है कि उनकी कंपनी ने बिजली दरों को बढ़ाने के लिए सही तरीके का पालन बिलकुल नहीं किया है। एपीटीईएल ने ये भी बताया है कि टाटा पावर ने उनकी सभी बिजली दरों में बढ़ोतरी के लिए जो भी कारण बताए हैं, वो सभी कारण बिल्कुल आधारहीन हैं।
किया मिलेगा फायदा ?
एपीटीईएल के आए इस नए निर्देश से हर एक बिजली उपभोक्ता को बहुत आराम होगा। और उनका यह नया निर्देश बिजली बिलों को और भी ज्यादा कम कर देगा। इस सब के लिए सबसे पहले महाराष्ट्र बिजली नियामकीय आयोग ने बिजली दर को बढ़ाए जाने के प्रस्ताव को मार्च में मंजूरी प्रदान की थी। और इस सब के विरोध में टाटा पावर ने एपीटीईएल में एक अपील भी दर्ज की थी। जिसके बाद वहां से एमईआरसी के निर्णय को स्थगित करने का निर्देश दे दिया गया है। टाटा पावर की ओर से एक बयान भी आया, जिसमें ये बताया गया है कि एपीटीईएल के आज पारित आदेश में एमईआरसी के बिजली दरें बढ़ाने के फैसले पर रोक लगा दी गई है। इस हालत में कंपनी की तरफ से 31 मार्च, 2020 को सुझाई गई दरें ही एक बार फिर लागू हो गई हैं। कंपनी के मुताबिक ये शुल्क अभी के बिजली दरों की मुकाबले में 25-35 प्रतिशत तक कम है।