हर एक भारत वासी को जल्द ही एक बहुत बड़ी सौगात मिलने वाली है। दर से हमारे देश को जल्द ही अपनी प्रथम अंडरवाटर रेलरोड टनल मिलने जा रही है। अगर आपमें से किसी को अंडरवाटर रेल के बारे में नहीं पता तो आप लोगों बता दें कि ये पानी के नीचे ट्रेन चलने की सुविधा होगी। और इसके निर्माण के बाद हम देश वासियों का पानी के नीचे से सफर करने का सपना पूरा होगा। कई सारे विकसित देशों में ये सुविधा पहले से ही उपलब्ध है, और अब जल्द ही भारत में भी ये सुविधा जल्द आने वाली है। आइए जानते हैं इस अंडरवॉटर रेल सुविधा के बारे में विस्तार से।
इस राज्य में बनेगी रेलरोड
आपको बता दें कि हाल ही में असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा एक सभा में मौजूद थे। और वहां उन्होंने आम जनता को सरकार के इस प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरकार ऐसे एक प्लान पर काम कर रही है। और जल्द ही इसके निर्माण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने इस मार्ग के बारे में अधिक जानकारी देते हुए कहा कि इस मार्ग की मदद से मोटर वाहन भी यात्रा कर सकेंगे।
इस रेलमार्ग के रास्ते की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि इस निर्माण कार्य में कुल 6000 करोड़ से भी अधिक खर्च किए जाएंगे। और ये नुमालीगढ़ और गोहपुर के मध्य तैयार किया जाएगा। और उन्होंने कहा कि ये उत्तर भारत के लोगों के लिए कई प्रकार की सुविधाओं का मार्ग खोलेगी। इस मार्ग की वजह से आने जाने इत्यादि के कई सारे बंद मार्ग खुल जाएंगे।
इस नदी में होगा निर्माण
उन्होंने बताया कि ब्रह्मपुत्र नदी में होने वाला ये निर्माण जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। आगे उन्होंने अपने एक सपने के बारे में अपनी सभा में लोगों को कहा, जो कुछ इस प्रकार था कि, “मेरा एक सपना है, ब्रह्मपुत्र के नीचे एक सुरंग बनाना संभव होगा जिसमें रेल और मोटर दोनों को रखा जा सके”। उनके अनुसार यहां एक नहीं बल्कि कुल मिला कर के 2 मार्ग तैयार किए जाएंगे।
जिसमें कि एक मार्ग पर रेल अपनी यात्रा कर सकेगी, और वहीं दूसरे मार्ग पर मोटर गाड़ी की यात्रा संभव हो सकेगी। इस सुरंग की लंबाई 35 किलोमिटर के आस पास की होगी। और ये यात्रा कुल 40 मिनट की होगी। पहले ये यात्रा 5 से 6 घंटे की हुआ करती थी। पहले ये रास्ता 220 किलोमीटर का था जो निर्माण के बाद अब 33 किलोमीटर का रह जाएगा।