भारतीय रिजर्व बैंक (RBI-Reserve Bank of India) ने हाल ही में मंगलवार को एक बहुत बड़ा निर्णय लिया है। और अपने इस निर्णय के तहत उन्होंने 2 सहकारी बैंकों के लाइसेंस को रद्द कर दिया है। ये दोनो बैंक में पहला बैंक है कर्नाटक के तुमकुर स्थित श्री शारदा महिला सहकारी बैंक। और दूसरा बैंक है महाराष्ट्र में सतारा स्थित हरिहरेश्वर बैंक।
इन दोनो ही बैंक (BAnk) के तत्काल प्रभाव से लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। और कारण पूछने पर ये बताया गया है कि इन दोनों ही बैंकों के पास अब आगे काम करने के लिए पर्याप्त पूंजी और कमाई की संभावनाएं नहीं बची थी। इसी कारण से मजबूरन आरबीआई को इन दोनो ही बैंक को बंद करना पड़ गया।
आरबीआई ने आगे अपने बयान में ये बताया कि, “हरिहरेश्वर सहकारी बैंक के मामले में बैंक कारोबार के बंद होने का आदेश 11 जुलाई, 2023 से ही प्रभावी कर दिया गया है।” और इसके लगभग 99.96 जमाकर्ताओं को जमा बीमा एवं ऋण गारंटी निगम से उनका कुल जमा प्रदान किया जाएगा।
और श्री शारदा महिला सहकारी बैंक के लगभग 97.82 प्रतिशत जमाकर्ताओं को डीआईसीजीसी से उनकी पूरी जमा पूंजी मिल जाएगी। इन दोनो बैंक के लाइसेंस रद्द होने के बाद से इन दोनो ही बैंकों को बैंक संबंधित किसी भी गतिविधियों से पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
अगर आप इस बैंक में ग्राहक हैं तो आपके लिए एक बुरी खबर है, अब आप इन बैंक में न तो पैसा जमा कर पाएंगे और ना ही अपने पैसे निकाल पाएंगे। अगर इन बैंकों की वर्तमान स्थिति की बात की जाए तो आज के समय में इनकी आर्थिक स्थिति इतनी खराब है कि ये अपने ग्राहकों का सारा पैसा वापस करने के भी सक्षम नहीं है। हालांकि आरबीआई के अनुसार परिसमापन पर, प्रत्येक ग्राहक डीआईसीजीसी से अपनी 5 लाख रुपये तक की जमा राशि को प्राप्त कर सकते हैं। जो जमा बीमा दावा राशि के तहत उनको दे दी जाएगी।