भारत (India) वासियों के लिए आज एक और बड़ी खुशी की खबर आ गई है। हमारे भारत देश ने तरक्की की राह में एक और कदम ले लिया है। और अब धीरे धीरे दुनिया के सबसे बड़े देशों में से एक बनने के रस्ते पर एक और स्थान आगे आ गया है। दर असल देश की सबसे तेज ट्रेन rapidx ट्रेन का हाल ही में परीक्षण किया गया और ट्रेन ने सफलता पूर्वक उसे पार भी कर लिया। और अब ये पटरियों पर दौड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हो गई है।
आपको बता दें कि हमारे भारत देश का प्रथम रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम यानी कि RRTS कॉरिडोर दिल्ली से ले कर के मेरठ के बीच तैयार किया जा रहा है। और अब तक साहिबाबाद से ले कर के दुहाई तक का इसका मार्ग भी तैयार किया जा चुका है। और इस रास्ते को प्रायोरिटी सेक्शन कहा जा रहा है। और इसी रास्ते पर इस रैपिडएक्स ट्रेन (RAPIDX) का सफल परीक्षण किया गया है।
और सबसे बड़ी बात ये रही कि साहिबाबाद से ले कर के दुहाई डिपो तक के अपने पूरे 17 किलोमीटर के सफर को इस रैपिडएक्स ट्रेन ने मात्र 12 मिनट में ही तयकर लिया। ये चीज सबके लिए बड़ी हैरानी की बात थी, और इसके साथ ही ये भारत की सबसे तेज ट्रेन बन गई है। इस ट्रेन को इसके ट्रायल के दौरान पूरी तरह से खाली रखा गया था। और इस खाली ट्रेन को इस रास्ते पर 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया गया। जो कि भारत में सबसे तेज ट्रेन चलाए जाने का रिकार्ड है। और तो और ये इसकी अधिकतम रफ़्तार नहीं है। बाकी इसकी अधिकतम सीमा तो इससे कई ज्यादा है, यानी कि 180 किलोमीटर प्रति घंटा है। अब कुछ दिनों बाद इस रास्ते को सामान्य जनता के लिए भी आवाजाही के लिए जल्द ही खोल दिया जाएगा।
ये रास्ता कुल इतना बड़ा है कि 17 किमी लंबे इस रास्ते पर पांच स्टेशन है जो कुछ इस प्रकार है, साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो। फिलहाल इस ट्रेन की पूरी तरह से जांच चालू है और इसमें मौजूद छोटी बड़ी खामियों को जांचा जा रहा है। ताकि आगे चल कर जब इसे पब्लिक के लिए चलाया जाए तो इसमें किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना आए। और अभी कई और जगह भी इसी तरह के और रास्ते तैयार किए जा रहे हैं ताकि वहां भी इस ट्रेन का सफल परीक्षण कर के इसे आम जनता की सुविधा के लिए शुरू किया जा सके।